खुशवंत सिंह की याद में 13वें लिटरेचर फेस्टिवल (लिटफेस्ट) में इस बार भारत के जी-20 शेरपा अमिताभ कांत, फिल्म निर्माता और निर्देशक इम्तियाज अली, राजनीतिज्ञ और चंडीगढ़ के सांसद मनीष तिवारी समेत कई नामी हस्तियां भाग लेंगी। द हिंदु ग्रुप के निदेशक अनंत कृष्णन की किताब द कॉमरेड्स एंड द मुल्लाज और पूर्व सेना नायक प्रोबल दासगुप्ता की कैमोफ्लेज्ड: फॉरगॉटन स्टोरीज फ्रॉम बैटलफील्ड्स समेत कई किताबों पर चर्चा होगी। इस बार लिस्टफेस्ट 18 से 20 अक्तूबर तक होगा और इसकी थीम लचीलापन और नवीकरण रहेगी। लिटफेस्ट को लेकर अभी तक 37 स्पीकर्स की लिस्ट भी फाइनल हो चुकी है। इसमें मुंबई के पॉडकास्टर अमित वर्मा, पूर्व सेना नायक प्रोबल दासगुप्ता, सहायक प्रोफेसर अनिद्यो रॉय, कवयित्री अरुंधति सुब्रमण्यम, पूर्व पत्रकार बच्ची करकारिया, लेखक बालाजी विट्टल, लेखक और चित्रकार देवदत्त पटनायक, पत्रकार धीरेंद्र के. झा, मॉडल फिरोज गुजराल, न्यूज एंकर गार्गी रावत, 1959 में चीन-भारत सीमा पर गश्त के दौरान वीरता के लिए सेना पदक से सम्मानित जनरल इयान कार्डोजो, लेखक जेनीता सिंह, द ट्रिब्यून ग्रुप ऑफ न्यूज़ पेपर्स की प्रधान संपादक ज्योति मल्होत्रा, का नाम शामिल है। न्यूक्लियर फिजिसिस्ट डॉ. कल्पना शंकर, सिंगापुर नेशनल यूनिवर्सिटी के ली कुआन यू स्कूल ऑफ पब्लिक पॉलिसी में एशियाई अध्ययन के विल्मर प्रोफेसर और रिसर्च के वाइस डीन कांति बाजपेयी, पूर्व आईपीएस मीरन चढ्डा, पूर्व आईएएस और वानकानेर के शाही परिवार से एमके रंजीत सिंह, लेखिका नमिता देवीदयाल, सेक्स और ट्रॉमा थेरेपिस्ट नेहा भट, पूर्व पत्रकार और लेखिका निरुपमा दत्त, आईआरएस अधिकारी निरुपमा कोटरू, सिनेमाटोग्राफर नुसरत एफ. जाफरी, प्रसिद्ध विज्ञापन फिल्म निर्माता प्रहलाद कक्कड़, सर्वोच्च न्यायालय के नॉन बाइनरी वकील रोहिन भट्ट, पत्रकार सारा जैकब, लेखक सरबप्रीत सिंह, सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता सौरभ किरपाल, द हिंदू की राजनयिक संपादक सुहासिनी हैदर, पद्म श्री पुरस्कार विजेता सैय्यद सैय्यदैन हमीद, कला संस्कृति से जुड़ीं तस्नीम जकारिया मेहता, शोधकार वीरांगना कुमारी सोलंकी, इतिहासकार विलियम डेलरिम्पल और खुशवंत सिंह के बेटे राहुल सिंह के नाम शामिल हैं।