शनिवार को पश्चिमी कमांड के सेना कमांडर ने राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ल के साथ विस्तार से चर्चा की। राज्य सैनिक बोर्ड और राष्ट्रीय सैन्य विद्यालय चायल से संबंधित मुद्दों पर भी मंथन किया गया। हिमाचल प्रदेश में सिविल और मिलिट्री में सहयोग और तालमेल को बढ़ाया जाएगा। इस बाबत शनिवार को पश्चिमी कमांड के सेना कमांडर ने राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ल के साथ विस्तार से चर्चा की। राज्य सैनिक बोर्ड और राष्ट्रीय सैन्य विद्यालय चायल से संबंधित मुद्दों पर भी मंथन किया गया। लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार कटियार जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ पश्चिमी कमांड ने शनिवार को राजभवन शिमला में प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से मुलाकात की।
इस मुलाकात का उद्देश्य सीमांत राज्य के हित में महत्वपूर्ण बिंदुओं पर सिविल-मिलिट्री सहयोग और तालमेल को बढ़ावा देना था। इस दौरान सशस्त्र बलों और सिविल प्रशासन के बीच मौजूदा सहयोग को मजबूत करने के लिए रणनीतियों पर अपने विचार साझा किए गए। इसमें सामान्य चुनौतियों का सामना करने और साझा उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए समन्वय और परस्पर समर्थन की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
राज्यपाल ने प्राकृतिक आपदाओं के दौरान सिविल अधिकारियों की सहायता में सेना की भूमिका की सराहना की और भारतीय सेना के सेवारत और सेवानिवृत्त सैनिक समुदाय के कल्याण से संबंधित मामलों में अनुकूल प्रतिक्रिया का आश्वासन दिया। सेना कमांडर ने राज्यपाल को उनकी सकारात्मक प्रतिक्रिया के लिए आभार व्यक्त किया, जिसके परिणामस्वरूप कई लंबित सिविल और सैन्य मुद्दों का समाधान हुआ।
उन्होंने उभर रही सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने और क्षेत्र के समग्र विकास और कल्याण में योगदान देने के लिए सिविल प्रशासन और अन्य हितधारकों के साथ मिलकर काम करने की भारतीय सेना की भूमिका को दोहराया। उन्होंने कहा कि इस संवाद से सुरक्षा, विकास और कल्याण पहलों से संबंधित मामलों में सैन्य और सिविल प्रशासन के बीच मजबूत संबंधों को बढ़ावा देने में बहुत मदद मिली है।