राज्यपाल चाैड़ा मैदान में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। उन्होंने राजभवन में ही संविधान निर्माता को श्रद्धांजलि दी। संविधान निर्माता डॉ. भीम राव आंबेडकर की पुण्यतिथि पर उचित आमंत्रण नहीं दिए जाने पर हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने सरकार से नाराजगी जताई है। राज्यपाल चाैड़ा मैदान में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। उन्होंने राजभवन में ही संविधान निर्माता को श्रद्धांजलि दी। राज्यपाल ने पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि डॉ. आंबेडकर के संविधान के साथ राजनीति नहीं होनी चाहिए। आंबेडकर के संविधान के अनुसार चलने के लिए लोगों को संकल्प लेना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि पिछली बार वह डॉ. भीम राव आंबेडकर की जयंती पर चाैड़ा मैदान गए थे। क्योंकि यह कार्यक्रम नगर निगम करता है। नगर निगम का एक कार्ड जरूर उनके पास आया, जिसमें मुख्यमंत्री को कार्यक्रम में बुलाया है। वही कार्ड उन्होंने(एमसी) हमारे पास भेजा है।
मुझे इस संबंध में न तो किसी अधिकारी ने संपर्क किया और न ही मुझे बुलाने की कोई औपचारिकता समझी। ऐसी स्थिति में एक भारत के नागरिक होने के नाते व हिमाचल के प्रमुख होने के नाते मैंने उचित समझा कि राज्यभवन में ही कार्यक्रम मनाना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि इसमें क्या राजनीति है, मैं इस संबंध में कुछ नहीं जानता हूं। बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई मुलाकात पर राज्यपाल ने कहा कि पीएम को प्रदेश में नशे के विरूद्ध शुरू किए गए अभियान को लेकर जानकारी दी। जैसे ही मुझे प्रधानमंत्री ने राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया था, वैसे ही हिमाचल को नशामुक्त करने के लिए कार्य करने का निर्देश भी पीएम ने दिया था। इसमें कितनी सफलता मिली है, इसका विवरण भी प्रधानमंत्री को दिया गया।