मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित थुनाग क्षेत्र का दौरा कर राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। कहा कि थुनाग में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। दुकानों-मकानों को हुए नुकसान और सामान की क्षति की रिपोर्ट तैयार की गई है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बुधवार को गृहक्षेत्र थुनाग का दौरा कर बाढ़ प्रभावितों का कुशलक्षेम जाना। उन्होंने कहा कि अभी मौसम कुछ दिन और खराब रहेगा। खतरा अभी टला नहीं है, जहां खतरा है, लोग वहां से सुरक्षित स्थानों पर जाएं। प्रभावितों की मदद के लिए सरकार और प्रशासन हर तरह की मदद करने के लिए तत्पर हैं। सीएम ने थुनाग में बाढ़ प्रभावितों से कहा कि वे चिंता न करें, संकट की इस घड़ी में सरकार उनके साथ है। उन्हें हरसंभव सहायता मुहैया कराई जाएगी। मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित थुनाग क्षेत्र का दौरा कर राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
कहा कि थुनाग में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। दुकानों-मकानों को हुए नुकसान और सामान की क्षति की रिपोर्ट तैयार की गई है। यदि किसी कारण कोई प्रभावित व्यक्ति या परिवार उससे छूटा हो तो वह प्रशासन को अवगत करा दे। बीते 19 अगस्त को भारी बारिश के कारण चट्टी नाले में आई बाढ़ से थुनाग बाजार क्षतिग्रस्त हो गया है। कई दुकानों, घरों और वाहनों को नुकसान पहुंचा है। लगभग 60 दुकानों-घरों में मलबा भर गया है। निजी वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं। प्रशासन ने प्रभावितों को फौरी राहत के तौर पर 3.92 लाख की सहायता मुहैया कराई है।
बाढ़ के कारण थुनाग बाजार में सड़क पर आए मलबे और कीचड़ की परवाह किए बगैर मुख्यमंत्री गाड़ी छोड़ निरीक्षण के लिए पैदल ही निकले। उन्होंने थुनाग बाजार का पैदल निरीक्षण किया। हर दुकान-मकान को हुई क्षति का जायजा लिया। प्रभावितों से मिलकर बात की। उन्होंने पीडब्ल्यूडी और ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को बाजार से मलबा-कीचड़ हटाने के कार्य में और तेजी लाने को कहा। उधर, इससे पहले बीते सोमवार को शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य ने भी थुनाग का दौरा किया था और लोगों को हर संभव मदद देने की मांग सरकार और प्रशासन से की थी।