डॉ. यशवंत सिंह परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी में एक महीने तक चलने वाले वन महोत्सव अभियान के दौरान विश्वविद्यालय के कई विभागों ने वृक्षारोपण अभियान चलाया, जिसके परिणामस्वरूप विश्वविद्यालय परिसर में 1100 से अधिक पौधे लगाए गए।
सोमवार को सिल्विकल्चर और एग्रोफोरेस्ट्री विभाग ने बेसिक साइंस और सामाजिक विज्ञान विभाग के साथ मिलकर एक वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया। सिल्विकल्चर विभाग ने विश्वविद्यालय परिसर के विभिन्न हिस्सों में 550 से अधिक पौधे लगाए। इसके अलावा, इन विभागों ने मेपल, ओक, मोरस, ग्रेविया, बेर, नींबू, मोरिंगा, तुनी और बांस के पौधे लगाने के लिए सहयोग किया। वृक्षारोपण अभियान का नेतृत्व कुलपति प्रो. राजेश्वर सिंह चंदेल ने किया। वानिकी महाविद्यालय के डीन डॉ. सी.एल. ठाकुर, विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. इंद्र देव और विभागाध्यक्ष डॉ. डी.आर. भारद्वाज, डॉ. आर.के. गुप्ता और डॉ. सुभाष शर्मा और कर्मचारियों ने इस अभियान में भाग लिया।
एक अलग कार्यक्रम में वृक्ष सुधार और आनुवंशिक संसाधन विभाग ने मृदा विज्ञान और जल प्रबंधन विभाग के सहयोग से परिसर में वन महोत्सव और पार्थेनियम उन्मूलन दिवस मनाया। इस आयोजन के दौरान पुनिका ग्रैनटम और कचनार के 500 पौधे रोपे। दोनों विभागों के संकाय, छात्र और कर्मचारी पार्थेनियम उन्मूलन के लिए एक साथ आए और इस हानिकारक खरपतवार के बारे में जागरूकता बढ़ाई और पारिस्थितिकी तंत्र को इसके प्रतिकूल प्रभावों से बचाने के लिए कार्य किया।