प्रदेश के कई भागों में बारिश का कहर लगातार जारी है। समेज, बागीपुल, राजबन, चंबा व सगनम गांव के बाद अब दारचा के पास बादल फटने से तबाही हुई है। हिमाचल प्रदेश के कई भागों में बारिश का कहर लगातार जारी है। समेज, बागीपुल, राजबन, चंबा व सगनम गांव के बाद अब दारचा के पास बादल फटने से तबाही हुई है। लाहौल-स्पीति के दारचा-शिंकुला मार्ग पर दारचा से लगभग 16 किमी दूर बादल फटने से पुराने व नए दोनों पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। घटना शुक्रवार देर रात की बताई जा रही है। फिलहाल शिंकुला दर्रा होकर दारचा से जांस्कर सड़क यातायात के लिए बंद है।
सीमा सड़क संगठन मार्ग को बहाल करने में जुटा है। लेकिन नुकसान अधिक होने से करीब 2-3 दिन का समय लग सकता है। जिला प्रशासन ने लोगों से कहा है कि इस मार्ग पर यात्रा करने से बचें और दारचा से शिंकुला सड़क का उपयोग तब तक न करें जब तक इसे उपयोग के लिए सुरक्षित घोषित न कर दिया जाए। एसपी लाहौल-स्पीति मयंक चौधरी ने कहा कि दारचा-शिंकुला मार्ग बंद हो गया है। उधर, समेज, बागीपुल व राजबन में बादल फटने के दो दिन बाद भी 46 लोगों का पता नहीं चल पाया है। रामपुर के समेज में 36 लोग लापता हैं। अब तक सात शव मिल चुके हैं।
राज्य में 191 सड़कें ठप
उधर, जगह-जगह भूस्खलन से राज्य में शनिवार सुबह 10:00 बजे तक तीन नेशनल हाईवे व 191 सड़कें यातायात के लिए ठप रहीं। इसके अतिरिक्त 294 बिजली ट्रांसफार्मर व 120 जल आपूर्ति स्कीमें भी बाधित हैं। सबसे ज्यादा सेवाएं चंबा, कुल्ल्, लाहौल-स्पीति, मंडी व शिमला में प्रभावित हैं।
जानें मौसम पूवानुमान
वहीं मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से राज्य के कुछ भागों में पांच दिन भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। विभाग के अनुसार राज्य के कुछ स्थानों पर 3 से 7 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट है। राज्य के कुछ स्थानों पर 9 अगस्त तक मौसम खराब बना रहने का पूर्वानुमान है।
चंबा-चुवाड़ी सड़क पर पहाड़ी से अचानक गिरे बड़े-बड़े पत्थर
वहीं, चंबा-चुवाड़ी वाया जोत मार्ग पर जोत के समीप पहाड़ी दरकने के बाद वाहनों की आवाजाही बंद हो गई। मार्ग के बंद होने से चंबा और चुवाड़ी की ओर से गाड़ियों की लंबी कतारें लग गईं। दोपहर 2:00 बजे के करीब अचानक पहाड़ी से बड़े-बड़े पत्थर सड़क पर आ गए। सूचना मिलने के बाद विभागीय मशीनरी और लेबर मौके पर पहुंची। आखिरकार कड़ी मशक्कत के बाद शाम 4:00 बजे तक मार्ग यातायात के लिए बहाल नहीं हो पाया। लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता शैलेंद्र राणा ने बताया कि मार्ग बंद होने की सूचना मिलने के बाद विभागीय लेबर और मशीनरी मौके पर पहुंच चुकी है।
टापू पर फंसे सात मवेशियों को सुरक्षित बचाया
मणिकर्ण घाटी के बलाधी गांव में बादल फटने के बाद बने टापू में शनिवार को फिर से बचाव अभियान चलाया गया। नेगी ब्रदर्स रेस्क्यू टीम और दमकल विभाग के कर्मियों की एक टीम ने टापू पर फंसे मवेशियों को बचाया। लंबे संघर्ष के बाद टीम मवेशियों को सुरक्षित निकाला गया। नेगी ब्रदर्ज रेस्क्यू टीम के चीफ ऑफिसर छापे राम नेगी ने कहा कि टापू से लोग पहले ही निकाले थे, ऐसे में इनकी देखभाल करने वाला अब यहां पर कोई नहीं बचा था।
काजा के सगनम में बादल फटा, महिला की मौत
काजा उपमंडल के सगनम गांव में शुक्रवार शाम करीब पांच बजे बादल फटने से एक महिला की मौत हो गई। बादल फटने से बाढ़ के साथ आए मलबे में एक गाड़ी दब गई। मृतक महिला की पहचान जंगमो (55) पत्नी पदम दुर्जे निवासी सगनम के रूप में हुई है। अतिरिक्त उपायुक्त की अगुवाई में उपमंडलाधिकारी नागरिक, नायब तहसीलदार और भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल की एक टुकड़ी और पुलिस दल बचाव कार्य में जुट गए हैं।
कहां कितना न्यूनतम तापमान
शिमला में न्यूनतम तापमान 17.0, सुंदरनगर 22.1, भुंतर 20.8, कल्पा 15.0, धर्मशाला 19.5, ऊना 24.2, नाहन 23.9, पालमपुर 18.5, सोलन 21.5, मनाली 18.1, कांगड़ा 22.2, मंडी 23.9, बिलासपुर 24.8, हमीरपुर 25, चंबा 23.6, कुफरी 14.8, नारकंडा 13.0, धौलाकुआं 26.7, समदो 16.2, पांवटा साहिब 26.0, देहरा गोपीपुर 26.0 व सैंज में 20.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कहां कितनी बारिश दर्ज
शुक्रवार रात को कई क्षेत्रों में झमाझम बारिश दर्ज की गई। जोगिंद्रनगर में 85.0, गोहर 80.0, शिलारू 76.4, पांवटा 67.2, पालमपुर 57.2, धर्मशाला 55.6, चौपाल 52.0, कांगड़ा 46.3, नाहन 24.4, बिलासपुर 43.5, सराहन 15.0, बरठीं 15.4 व भरमौर में 16.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।