नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि संजौली में अवैध मस्जिद बनाने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर बल प्रयोग करना व पानी की बौछारें करना दुर्भाग्यपूर्ण है। पूरे प्रकरण में सरकार की ओर से पहले दिन से ही पक्षपातपूर्ण कार्रवाई की जा रही है। जब यह स्पष्ट है कि मस्जिद अवैध है तो न्यायोचित कार्रवाई की जानी चाहिए। मुख्यमंत्री कार्रवाई करने के बजाय प्रदर्शन करने वाले लोगों को ही धमकाते रहे और सख्ती से निपटने की बात कर जन भावना को आहत करने का प्रयास करते रहे। सरकार इस मामले को हल करने, जनभावनाओं को समझने और उसका सम्मान करने में असफल रही। जो काम कानून के हिसाब से किया जा सकता था, वह सरकार हाईकमान के दबाव में नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि इस पूरे प्रकरण में जनभावना पहले दिन ही पता चल गई थी, लेकिन सरकार ने इसे हल्के में लिया। यह मामला एक लड़ाई झगड़े से शुरू हुआ। एक स्थानीय व्यक्ति को कुछ लोगों ने पीटा, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पिटाई करने वालों ने संजौली में बनी अवैध मस्जिद में शरण ली। यहां ऐसे लोगों का आना-जाना है, जो ठीक नहीं है। स्थानीय लोगों की बातें और भी हैरानी वाली हैं।
सरकार की क्या मंशा है?
जिस तरह से वहां आने वाले लोगों का बर्ताव है, वह असहनीय है। मंत्री कह रहे हैं कि ये लोग रोहिंग्या हैं या बांग्लादेशी कुछ पता नहीं। ऐसे में प्रश्न उठता है कि पूर्व सरकार के समय से अन्य राज्य के लोगों के लिए चल रही पंजीकरण व सत्यापन की प्रक्रिया को क्यों बंद किया गया। इसके पीछे सरकार की क्या मंशा है। मुख्यमंत्री को यह सब बातें प्रदेश के लोगों को बतानी चाहिए।
राजीव बिंदल ने पूछा सवाल
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल ने कांग्रेस सरकार की ओर से आम जनता पर किए गए लाठीचार्ज व पानी की बौछारों फेंकने की निंदा की है। उन्होंने कहा कि सरकार निर्लजता से भर गई है। सरकार ने अभी तक अनाधिकृत रूप से बनी मस्जिद के बारे में अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की है। सरकार निहत्थे लोगों पर लाठीचार्ज करवाकर क्या बताना चाहती है।