छोटा दड़ा के पास कुल्लू की तरफ से राशन लेकर काजा जा रहा एक ट्रक बीच हाईवे में खराब हो गया। ऐसे में किन्नौर से सेब, स्पीति से मटर से लदे करीब 50 ट्रकों के साथ कई टैंकर और टिपर रात 2:00 बजे तक फंसे रहे। ग्रांफू-काजा हाईवे-505 रविवार रात को 11 घंटे तक बड़े वाहनों के लिए बंद रहा। छोटा दड़ा के पास कुल्लू की तरफ से राशन लेकर काजा जा रहा एक ट्रक बीच हाईवे में खराब हो गया। ऐसे में किन्नौर से सेब, स्पीति से मटर से लदे करीब 50 ट्रकों के साथ कई टैंकर और टिपर रात 2:00 बजे तक फंसे रहे। छोटे वाहन मुश्किल से आरपार हुए।
सूचना के बाद बीआरओ ने सड़क को चौड़ा किया और सेब के भरे ट्रकों को निकाला। मिली जानकारी के अनुसार शाम करीब 4:00 बजे कुल्लू-मनाली से सामान से भरा एक ट्रक काजा की तरफ जा रहा था। इस दौरान जब ट्रक छोटा दड़ा के पास पहुंचा तो तकनीकी खराबी आने से ट्रक बीच सड़क पर फंस गया।
चालक ने ट्रक को निकालने के लिए कोशिश की मगर बात नहीं बन पाई। ऐसे में दोनों तरफ से ट्रक और अन्य बड़े वाहन फंस गए। इसमें किन्नौर से आए सेब के ट्रकों के साथ मटर, तेल के टैंकर और टिपर दोनों तरफ से फंस गए। इसकी सूचना जब शाम करीब 6:00 बजे बीआरओ को मिली तो बीआरओ के अधिकारी बीडी धीमान की अगुवाई में टीम मौके पर पहुंची और फंसे ट्रक वाली जगह पर सड़क को चौड़ा किया गया।
इसके बाद रात 2:00 बजे सड़क को बड़े वाहनों के लिए बहाल किया गया। बीआरओ के मुताबिक सड़क अवरुद्ध होने से यहां करीब 60 के करीब सेब और मटर से भरे ट्रकों के साथ टैंकर और टिपर फंसे थे। उन्होंने कहा कि सूचना मिलते ही सीमा सड़क संगठन ने हाईवे-505 को बहाल किया। इसको बहाल करने के लिए बीआरओ के जवान घंटों तक जुटे रहे और सेब के ट्रकों को बाहर निकाला गया।