माैसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ 7 दिसंबर की रात से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और 8 दिसंबर से उत्तर-पश्चिम भारत के समीपवर्ती मैदानी इलाकों में सक्रिय हो सकता है। इसके प्रभाव से हिमाचल प्रदेश में दो महीने से अधिक समय से चल रही सूखे की स्थिति खत्म होने की उम्मीद है। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से हिमाचल सहित पूरे पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र व उत्तर-पश्चिम भारत के समीपवर्ती मैदानी इलाकों में माैसम के करवट बदलने के आसार हैं। माैसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ 7 दिसंबर की रात से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और 8 दिसंबर से उत्तर-पश्चिम भारत के समीपवर्ती मैदानी इलाकों में सक्रिय होगा। इसके प्रभाव से हिमाचल प्रदेश में दो महीने से अधिक समय से चल रही सूखे की स्थिति खत्म होने की उम्मीद है। शिमला शहर में हल्की बारिश-बर्फबारी और कुफरी और आसपास के क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बर्फबारी होने का पूर्वानुमान है।
7 दिसंबर की देर रात से बारिश शुरू होने के आसार
माैसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और तेज पूर्वी हवाओं के प्रभाव के कारण 7 दिसंबर की देर रात से बारिश शुरू होने और 9 दिसंबर तक जारी रहने की संभावना है। इसकी तीव्रता 8 दिसंबर को अधिकतम होगी। इस अवधि के दौरान राज्य के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम तीव्रता की बारिश होने की संभावना है। साथ ही गरज के साथ बारिश-बिजली गिरने की संभावना है। इस अवधि के दौरान मैदानी और निचले पहाड़ी इलाकों में हल्की से मध्यम बारि, राज्य के मध्य और ऊंचे पहाड़ी इलाकों में हल्की से मध्यम वर्षा-बर्फबारी होने की संभावना है। 10 दिसंबर 2024 से बारिश में काफी कमी आने की संभावना है।
इन जिलों में होगी बारिश-बर्फबारी
माैसम विज्ञान केंद्र के अनुसार 8 व 9 दिसंबर को लाहौल- स्पीति, चंबा, किन्नौर, कांगड़ा, शिमला और कुल्लू जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान है। जबकि सोलन, सिरमौर, ऊना, बिलासपुर, मंडी और हमीरपुर जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा होने के आसार हैं। 7 दिसंबर तक न्यूनतम और अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा, उसके बाद अगले तीन दिनों तक राज्य के कई हिस्सों में तापमान लगभग 3-4 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाएगा। 10 दिसंबर से पूरे प्रदेश में माैसम साफ रहने की संभावना है।
अक्तूबर से अब तक सामान्य से 98 फीसदी कम बारिश हुई
प्रदेश में 1 अक्तूबर को सामान्य से 18 फीसदी कम बारिश के साथ विदा हुए मानसून के बाद से प्रदेश में अभी तक बारिश नहीं हुई है। बीते दिनों प्रदेश की चोटियों पर हल्की बर्फबारी ही दर्ज की गई। प्रदेश में सूखे जैसे हालात बनने लगे हैं। पेयजल और बिजली परियोजनाएं भी इस कारण प्रभावित हो रही हैं। राज्य में 1 अक्तूबर से 5 दिसंबर तक सामान्य से 98 फीसदी कम बारिश हुई है। बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कुल्लू, सिरमाैर व सोलन में तो बूंद तक नहीं बरसी। अन्य जिलों में भी नाममात्र ही बारिश हुई। अब माैसम विभाग के पूर्वानुमान से उम्मीद जगी है।
छह स्थानों पर न्यूनतम तापमान माइनस में
प्रदेश में भूंतर सहित छह स्थानों पर न्यूनतम तापमान माइनस में दर्ज किया गया है। शिमला में न्यूनतम तापमान 8.0, सुंदरनगर 3.0, भुंतर -0.5, कल्पा -0.8, धर्मशाला 6.9, ऊना 3.6, नाहन 10.3, पालमपुर 3.0, सोलन 2.0, कांगड़ा 5.5, मंडी 3.9, बिलासपुर 5.1, जुब्बड़हट्टी 7.2, कुकुमसेरी -6.5, भरमाैर 4.4, सेऊबाग 1.3, धाैलाकुआं 6.2, बरठीं 2.7, समदो -4.4, सराहन 6.4, देहरा गोपीपुर 8.0 व ताबो में -10.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उधर, बुधवार को बिलासपुर में अधिकतम तापमान 25.3, सोलन में 25.1, मंडी में 24.4, कांगड़ा में 24.0, धर्मशाला में 23.1, शिमला में 18.6, मनाली में 15.3 और कल्पा में 13.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ।