प्रदेश के डिग्री कॉलेजों में फाइनल सेमेस्टर की परीक्षाएं लेने की तैयारी शुरू हो गई है। सोमवार को विश्वविद्यालय प्रबंधन के साथ सचिवालय में हुई बैठक में शिक्षा सचिव राजीव शर्मा ने रिहर्सल करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि फाइनल सेमेस्टर की डेटशीट से साथ सिटिंग प्लान तैयार किया जाए। थर्मल स्क्रीनिंग, हैंड सैनिटाइजर आदि की व्यवस्था करने को भी कहा गया है। केंद्र सरकार से मंजूरी मिलते ही परीक्षाओं के आयोजन की घोषणा कर दी जाएगी।
सोमवार को राज्य सचिवालय में हुई बैठक में विश्वविद्यालय प्रबंधन के साथ हुई बैठक की अध्यक्षता करते हुए शिक्षा सचिव ने कहा कि फाइनल सेमेस्टर की परीक्षाएं सबसे पहले ली जाएंगी। शेष कक्षाओं की परीक्षाओं के बारे में आगामी दिनों में विचार किया जाएगा। विवि प्रबंधन डेटशीट तैयार करे। विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार उन्हें विभिन्न परीक्षा केंद्रों में बैठाने का बंदोबस्त करने के भी निर्देश दिए हैं।
जिन कॉलेजों में फाइनल सेमेस्टर के विद्यार्थियों की संख्या अधिक है, वहां नजदीकी स्कूलों में भी परीक्षा केंद्र बनाने के लिए कहा गया है। प्रश्नपत्र पूरे प्रदेश के कॉलेजों में पहुंचाने की तैयारी भी पूरी रखने को कहा है। शिक्षा सचिव ने बताया कि फाइनल सेमेस्टर के जिन विद्यार्थियों की पहले के सेमेस्टरों में अगर री-अपीयर आई है तो उनकी परीक्षाएं भी अभी ले ली जाएंगी। जुलाई के पहले हफ्ते से शिक्षकों को कॉलेजों में बुलाकर तैयारियों को अंतिम रूप देने के निर्देश भी विवि प्रबंधन को दिए हैं।
स्कूल-कॉलेज खुलने के बाद तय होगा स्थगित परीक्षाओं का शेड्यूल
राज्य लोकसेवा आयोग प्रदेश में स्कूल और कॉलेज खुलने के बाद ही स्थगित परीक्षाओं का शेड्यूल तय करेगा। आयोग के सचिव आशुतोष गर्ग ने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए सरकार ने प्रदेश में तीस जून तक स्कूल-कॉलेजों को बंद रखने का फैसला लिया है। ऐसे में आयोग भी शिक्षण संस्थान खुलने के बाद ही अप्रैल-मई में स्थगित की गई परीक्षाओं को लेने का फैसला लेगा। परीक्षाएं आयोजित करने से पहले उम्मीदवारों को सूचित करने के बाद पर्याप्त समय दिया जाएगा।