कमल की तीन माह बाद अक्तूबर में शादी होनी थी। माता-पिता बेटे के सिर पर सेहरा भी नहीं सजा सके।
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के मनकोट सेक्टर में नियंत्रण रेखा के समीप बारूदी सुरंग फटने से हमीरपुर का जवान शहीद हो गया। शहीद की पहचान कमल देव वैद्य (27) पुत्र मदन लाल गांव घुमारवीं, पंचायत लगमन्वी तहसील भोरंज जिला हमीरपुर के रूप में हुई है। कमल छह साल पहले भारतीय सेना की 15 डोगरा रेजिमेंट में भर्ती हुए थे। इसी साल अप्रैल में वह घर पर छुट्टियां काटने के बाद वापस अपनी बटालियन में गए थे। कमल की तीन माह बाद अक्तूबर में शादी होनी थी। माता-पिता बेटे के सिर पर सेहरा भी नहीं सजा सके।
शहीद के पिता मदन लाल ने बताया कि उन्हें शनिवार सुबह ही सेना मुख्यालय से फोन आया कि उनका बेटा कमल देव पुंछ में ऑपरेशन के दौरान शहीद हो गया। मौत की खबर सुनने के बाद परिवार में शोक की लहर दौड़ गई। शहीद कमलदेव अपने पीछे माता-पिता, बड़ा भाई और दो बहनें छोड़ गए हैं। शनिवार दोपहर बाद शहीद की पार्थिव देह पैतृक गांव पहुंचनी थी, लेकिन खराब मौसम के कारण हवाई जहाज उड़ान नहीं भर सका।
अब रविवार को पार्थिव शरीर हमीरपुर पहुंचने की उम्मीद है। उधर, एसडीएम भोरंज राकेश शर्मा ने बताया कि वह सैन्य अधिकारियों के संपर्क में हैं। खराब मौसम के कारण शहीद कमल देव वैद्य की पार्थिव देह नहीं पहुंच पाई है। रविवार को पार्थिव देह पहुंचने की उम्मीद है। पूरे सैन्य और राजकीय सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया जाएगा।