
हिमाचल प्रदेश में कुछ क्षेत्रों में 27 दिसंबर से अगले 48 घंटे तक भारी बर्फबारी और बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। एक हफ्ते के बाद जिला कुल्लू व लाहौल घाटी में मौसम फिर से बदल गया है। पहले से ही दुश्वारियों का सामना कर रहे जिलावासियों की मुश्किलें अभी और सताएंगी। शुक्रवार सुबह से ही रोहतांग, कुंजम दर्रा सहित ऊंची चोटियों में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है। जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर सैलानियों को रोहतांग टनल और जलोड़ी दर्रा की तरफ न जाने की हिदायत दी है। पिछले दिनों हुई बर्फबारी के बाद जिला कुल्लू व लाहौल में करीब 15 बस रूट प्रभावित हैं और करीब 15 सड़कें चार दिनों से अवरूद्ध हैं। शिमला के नारकंडा में भी बर्फबारी शुरू हो गई है। अब तक नारकंडा में दो इंच ताजा बर्फबारी दर्ज की गई है। इसके चलते यातायात को सैंज से लुहरी/सुन्नी के रास्ते शिमला की ओर मोड़ दिया गया है।
मौसम विभाग ने 27 और 28 दिसंबर को भारी बारिश-बर्फबारी और भीषण शीतलहर का अलर्ट जारी किया है। प्रदेश के निचले इलाकों में कोहरा पड़ेगा। उधर, बीते दिनों हुई बर्फबारी के चलते दो नेशनल हाईवे समेत 70 सड़कें अभी भी अवरुद्ध हैं। कुल्लू में एक सप्ताह बाद वीरवार को हवाई उड़ानें शुरू हो गई हैं। मौसम का मिजाज बदलने से पहाड़ी इलाकों में फिर दुश्वारियां बढ़ सकती हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार शुक्रवार और शनिवार को अधिकांश हिमाचल में भारी बारिश और पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी होने के आसार हैं। 29 और एक जनवरी को भी कुछ इलाकों में बारिश-बर्फबारी होगी। अगले दो दिन शीतलहर का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान तापमान में 6-8 डिग्री की गिरावट हो सकती है। निचले क्षेत्रों में घना कोहरा हो सकता है। उधर, वीरवार को पीडब्ल्यूडी ने बर्फ के कारण बंद पड़ीं 87 सड़कों को खोल दिया, लेकिन कुल्लू के दो हाईवे समेत प्रदेश में करीब 70 सड़कें अभी भी बंद हैं। मनाली-लेह एनएच और सैंज-लूहरी-औट एनएच- 305 अभी बंद हैं। ऐसे में अटल टनल रोहतांग व जलोड़ी दर्रा होकर अभी बसों की आवाजाही के लिए इंतजार करना होगा। भुंतर हवाई अड्डे पर वीरवार को सात दिन बाद जयपुर से उड़ान पहुंची। सुंदरनगर, बिलासपुर व मंडी में कोहरा छाया रहा। ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, मंडी और चंबा में शीतलहर का असर रहा।
उधर, पहाड़ों पर बर्फबारी के चलते हिमाचल पर्यटकों से गुलजार है। शिमला और मनाली समेत विभिन्न पर्यटन स्थलों पर सैलानियों का मेला लगा है। कुफरी और सोलंगनाला में हजारों सैलानी पहुंच रहे हैं। ऐसे में नए साल से पहले फिर बर्फबारी की संभावना के चलते प्रदेश पर्यटन को पंख लग सकते हैं।
शीतलहर की चेतावनी, यहां तापमान माइनस में
मौसम विभाग द्वारा प्रदेश के निचले व मैदानी इलाकों में शीतलहर को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, न्यूनतम तापमान की तो प्रदेश के सात शहरों का पारा माइनस में है। प्रदेश में ताबो -12.1 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान के साथ सबसे ठंडा रहा। इसके अलावा कुकुमसेरी में -7.8 डिग्री सेल्सियस, समदो में -8.5, भुतंर में -0.9, बजौरा में -0.7, कल्पा में -1.6, मनाली में -1.8 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया।
पर्यटक बर्फबारी के ले रहे मजे
वर्षों बाद मनाली पहुंचे हजारों पर्यटकों ने इस साल व्हाइट क्रिसमस मनाया। शहर में भले ही बर्फ नहीं है, लेकिन सोलंगनाला, अटल टनल, सिस्सू और कोकसर पहुंचकर पर्यटकों ने बर्फ के बीच व्हाइट क्रिसमस का आनंद लिया। पर्यटकों ने स्कीइंग जैसी शीतकालीन खेल के साथ पैराग्लाडिंग का भी लुत्फ उठाया। अटल टनल बुधवार को भी ब्लैक आइस के कारण आम वाहनों के लिए बंद रही।
सोलंगनाला में पर्यटकों की अधिक भीड़ देखने को मिली। हालांकि, फोर बाई फोर वाहनों को सोलंगनाला से आगे जाने की अनुमति थी। इसमें कुछ पर्यटक फोर बाई फोर वाहनों में सिस्सू, कोकसर और अटल टनल के नॉर्थ और साउथ पोर्टल में भी पहुंचे। दिल्ली से आए पर्यटक शिवाशीष ने बताया कि बर्फ देखना उनके लिए सपने से कम नहीं है। उनके लिए क्रिसमस का यह त्योहार यादगार बन गया। उन्होंने सोलंगनाला में स्कीइंग का भी मजा लिया। मुंबई के सौरभ ने बताया कि वह पत्नी के साथ हनीमून मनाने मनाली आए हैं। उनका हनीमून बर्फबारी ने यादगार बना दिया। सोलंगनाला में उन्होंने व्हाइट क्रिसमस का खूब मजा लिया। हिमाचल विंटर गेम्स एसोसिएशन के अध्यक्ष लुदर चंद ने बताया कि सोलंगनाला बर्फ से गुलजार है। लगभग आधा फीट बर्फ के बीच पर्यटकों ने जमकर मस्ती की।
नए साल के लिए शिमला पुलिस की तैयारी फुल
नए साल और अन्य कार्यक्रमों की तैयारियों पर शिमला के एसपी संजीव कुमार गांधी ने कहा कि ”शिमला हमारी राजधानी है और हम इस साल के लिए पूरी तरह तैयार हैं। हमने पिछले साल की तरह ही अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। हमने जिला प्रशासन स्तर पर व्यापक योजना बनाई है। पूरी योजना, प्रतिबद्धता और दृढ़ विश्वास के साथ हमने सुरक्षा, यातायात, कानून और व्यवस्था की विस्तृत योजना तैयार की है और हम अपने लक्ष्यों को सही ढंग से पूरा करने और अपने काम को सही ढंग से करने के लिए उसी पर अमल कर रहे हैं।”