हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सुरेश कुमार सोनी ने कहा कि बोर्ड देश का पहला ऐसा बोर्ड बनेगा, जो तीसरी कक्षा से संस्कृत विषय को शुरू करेगा।
उन्होंने बताया कि तीसरी और चौथी कक्षा में संस्कृत विषय पर वार्षिक परीक्षाओं के दौरान मौखिक प्रश्न पूछे जाएंगे, जबकि पांचवीं कक्षा में इस विषय की लिखित परीक्षा होगा।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड शैक्षणिक सत्र-2022 में तीसरी कक्षा से संस्कृत और छठी कक्षा से वैदिक गणित की पढ़ाई शुरू करेगा। इस दौरान हर टर्म वैदिक गणित से तीन अंकों के प्रश्न पूछे जाएंगे, जबकि दो टर्मों में कुल छह अंक वैदिक गणित विषय से परीक्षा में आएंगे। यह बात धर्मशाला में पत्रकारों से रूबरू होते हुए हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सुरेश कुमार सोनी ने कही। इस दौरान उनके साथ बोर्ड की सचिव डॉ. मधु चौधरी, संस्कृत विषय के देशराज शर्मा, संस्कृत विषय के विशेषज्ञ नरेंद्र कुमार और वैदिक गणित के विषय विशेषज्ञ गोपाल दास भी मौजूद रहे। डॉ. सुरेश कुमार सोनी ने बताया कि स्कूल शिक्षा बोर्ड देश का पहला ऐसा बोर्ड बनेगा, जो तीसरी कक्षा से संस्कृत विषय को शुरू करेगा।
उन्होंने बताया कि तीसरी और चौथी कक्षा में संस्कृत विषय पर वार्षिक परीक्षाओं के दौरान मौखिक प्रश्न पूछे जाएंगे, जबकि पांचवीं कक्षा में इस विषय की लिखित परीक्षा होगा। वहीं उन्होंने बताया कि स्कूल शिक्षा बोर्ड आगामी सत्र से वैदिक गणित विषय को छठी कक्षा से शुरू करेगा। इस दौरान छठी कक्षा में गणित विषय में दो से तीन अध्याय वैदिक गणित के भी जोड़े जाएंगे, ताकि छात्रों पर बोझ न पड़े। उन्होंने बताया कि प्रदेश में शुरू हुई टर्म प्रणाली के तहत हर टर्म में वैदिक गणित से तीन-तीन अंक का प्रश्न पूछा जाएगा।
वहीं उन्होंने बताया कि बोर्ड की ओर से शुरू किए जाने वाले नए विषयों को पढ़ाने के लिए डीएलएड पाठ्यक्रम में ही संस्कृत और वैदिक गणित की पढ़ाई को जोड़ा जाएगा, ताकि जब भविष्य के लिए अध्यापक तैयार हों तो उन्हें इन विषयों को पढ़ाने के लिए दिक्कत न आए। इस अवसर पर संस्कृत के विषय विशेषज्ञ नरेंद्र कुमार ने बताया कि बोर्ड की ओर से तैयार किया गया संस्कृत विषय के पाठ्यक्रम में नन्हें विद्यार्थियों को ध्यान में रखा गया है। इस दौरान पाठ्यक्रम को चार स्तर पर बांटा गया है, ताकि छात्रों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो।